सऊदी सुप्रीम कोर्ट ने देश भर में हिलाल समितियों को रमज़ान का चाँद देखने की हेदायत जारी की है।
याद रहे कि सऊदी अरब में चाँद देखने का फैसला सुप्रीम कोर्ट ही करती है।
सबक वेबसाइट के अनुसार सर्वोच्च न्यायालय ने उम्मुल क़ुरा कैलेंडर के हिसाब से 30 शाबान 23 अप्रैल गुरुवार को रमज़ान का चाँद देखने की हेदायत जी है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार गुरुवार को शाबान की 29 तारीख होगी। क्योंकि 29 रजब को चांद नहीं देखा गया था। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार रजब का महीना 30 दिनों का माना गया जबकि सरकारी काम काज निमटने के लिए उम्मुल क़ुरा कैलेंडर के अनुसार 29 दिनों का था।
गुरुवार को शाबान की 30 नहीं बल्कि 29 तारीख होगी। इसे भी पढ़ें रियाज़: कर्फ्यू पास पुष्टिकरण केंद्र कहाँ हैं?
सुप्रीम कोर्ट ने बयान में कहा था कि 29 रजब को शाबान का चांद साबित नहीं हुआ इसलिए रजब का महीना 29 के बजाय 30 दिनों का गिना जाएगा।
इस बीच मस्जिद अल-हरम और मस्जिद-ए-नबवी मामलों के जनरल प्रेसीडेंसी के प्रवक्ता हानी हैदर ने कहा कि जनरल प्रेसीडेंसी के प्रमुख शेख़ डॉ. अब्दुल रहमान अल-सुदेस अगले सोमवार को पवित्र मस्जिदों के बारे में रमज़ान प्रोजेक्ट की घोषणा करेंगे।
सबक वेबसाइट के अनुसार हानी हैदर ने कहा कि डॉ. अल-सुदेस सोमवार को ऑनलाइन वीडियो प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे । जिस में रमज़ान के बारे में सभी व्यवस्थाओं की घोषणा की जाएगी।
जनरल प्रेसीडेंसी के प्रवक्ता ने कहा कि हर कोई सोमवार को ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस का इंतजार करे। इसमें रमज़ान से जुड़े सभी मामलों को समझाया जाएगा।
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